अभी फ़िलहाल के लिये विश्व स्तर की राजनीति में बड़े बदलाव की आहट नजर आ रही है और हम उसे अनुभव भी कर ही रहे है कि किस तरह से चीजो में बदलाव आ रहा है और ये अपने आप में बेहद ही महत्त्वपूर्ण भी है. अभी आपको मालूम हो तो अमेरिका धीरे धीरे करके अफगान को छोड़ रहा है और वहां पर धीरे धीरे तालिबान कब्ज़ा कर रहा है. ऐसे वक्त में सारी दुनिया अपने लिए एक तरह से घाटा ही देख रही है लेकिन चीन ने अपने लिए यहाँ पर फायदा खोज लिया है.
अमेरिका के अफगान से हटते ही चीन ने प्रभाव जमाना शुरू किया, भारत के लिए शुरू हुई दिक्कत
अब जैसे ही अमेरिका ने अफगान से दूरी बनानी शुरू की है वैसे ही चीन ने यहाँ पर प्रभाव बनाना शुरू कर दिया है. चीन यहाँ पर बहुत ही अधिक तेजी के साथ में अपना प्रभाव बढाते हुए नजर आ रहा है जिसके कारण से भारत के लिए ये काफी चिंता वाली बात हो गयी है. खबर के अनुसार चीन ने यहाँ पर पेशावर से काबुल तक मोटर वे बनाने की नींव भी डाल दी है, इसके अलावा चीन यहाँ पर मिलियंस ऑफ डॉलर की भी इन्वेस्टमेंट करने वाला है.
अफगान भारत के लिएस्ट्रेटजिक रूप से काफी अधिक मायने रखता है और अगर चीन के हाथो में ये चला जाता है तो चीन पाक और अफगान की तिकडी भारत के लिए दिक्कत वाली हो सकती है. फिर ऊपर से भारत जिन सिद्धांतो पर काम करता है उसके बाद में भारत के लिए तालिबान शासित अफगान से ठीक से सम्बन्ध स्थापित करना भी मुश्किल हो जाएगा.
ऐसे में आगे चलकर के क्या होगा और किस तरह से चीजे काबू में आएगी ये कोई भी नही जानता है. बस अभी के लिए इतना हम देख पा रहे है कि साउथ एशिया में पाक, नेपाल के बाद में चीन की नजर अफगान पर आ पड़ी है और अमेरिका के यहाँ से निकलते ही वहाँ पर चीन की एंट्री होने जा रही है.