अभी महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी बहुत ही बुरे दौर से होकर के गुजर रही है क्योंकि सबसे बड़ी पार्टी होकर के भी वहाँ पर अधिक विधायक होकर के भी विरोधियो के गुट बना लेने की वजह से आज बीजेपी वहां पर सत्ता से दूर है. अगर अभी कम से कम बीजेपी के पास में सबसे बड़ा और मजबूत विपक्ष तो था जिसके जरिये वो सरकार को विधान सभा में और कई मंचो पर काउंटर कर पाती थी, लेकिन लग रहा है अब वो भी कमजोर पड़ने लगा है.
भाजपा के 12 विधायक हो गये सस्पेंड, संख्या हो गयी कम
अभी आपको मालूम ही होगा कि महाराष्ट्र में मानसून का सत्र चल रहा है और इसी के दौरान शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी अपने एजेंडे से जुड़े हुए कई बिल पारित करवाने की कोशिश करेगी और कई निर्णय भी पारित करेगी मगर क्योंकि बीजेपी के पास में एक बहुत ही बड़ा संख्या बल विधान सभा में मौजूद है तो ऐसा कर पाना थोडा मुश्किल है. मगर जो भी है अभी इसे भी कम कर दिया गया है और इसमें भी कई लोग साजिश बता रहे है.
अभी की खबर के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के कुल 12 विधायको को सस्पेंड कर दिया गया है. उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने सदन में पीठासीन अधिकारी के साथ में बदतमीजी की थी और इस कारण से उनको बाहर कर दिया गया है जिससे विधान सभा में बीजेपी एक मजबूत विपक्षी पार्टी होते हुए भी कम संख्या वाली हो गयी है जो एक अच्छी बात नही है और इसका एडवांटेज शिवसेना और कांग्रेस वाले जाहिर तौर पर उठाने का प्रयास करेंगे.
हालांकि इस तरह के सस्पेंसन काफी आम बात होती है लेकिन अभी इन विधायको का निलंबन पूरे एक साल का है और अगर ऐसा होता है तो ये विधायक अपने सदन से जुड़े हुए कई काम भी नही कर पायेंगे जिससे इसका प्रभाव इनके काम पर भी पड़ेगा जो ये लोग अपने कार्य क्षेत्र में करते है. कही न कही ये जो कुछ भी हुआ है वो महाराष्ट्र बीजेपी के लिहाज से अच्छा नही है.