पिछले कुछ समय से मोदी सरकार पर दबाव था कि जिन भी लोगो ने गलत तरीके से धन कमाया है, अर्जित किया है वो लोग अपने आप में काफी बड़े पैसे वाले बन गये थे और इन्होने लोगो के जमा किये धन से ही ऐश की थी. इसमें तीन नाम बहुत बढ़ चढ़कर के लिए गये थे जिसमे विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी टॉप पर रहे है. अब लोगो को लगता तो यही था कि इनका कभी भी कुछ बिगाड़ा नही जा सकता है, लेकिन हाल ही में बहुत ही बड़ी कार्यवाही हो चुकी है.
ईडी ने जब्त की 18 हजार करोड़ रूपये की सम्पति, सरकार और सरकारी बैंको को काफी सारी सौंपी गयी
अभी की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ईडी के द्वारा विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी की कुल 18 हजार करोड़ रूपये की सम्पति जब्त कर ली गयी है जो कि इनके द्वारा गबन किये गये पैसो का पूरा 80 प्रतिशत है. इस पैसे में से एक बड़ा अमाउंट अब सरकार और सरकारी बैंको को सौंप दिया गया है ताकि इनके कारण जो देश को हजारो करोडो रूपये का घाटा हुआ है उसकी भरपाई की जा सके.
इनकी हेराफेरी में लगभग 22 हजार करोड़ रूपये का नुकसान हुआ था जिसकी देखते ही देखते काफी अधिक भरपाई कर दी गयी है. ये अपने आप में काफी बड़ी बात है और अगर इसी तरह से काला धन हो या फिर गबन करके बनाया हुआ धन हो सब कुछ जब्त होता रहेगा तो ये काफी अच्छा होगा और इसके कारण से लोगो के पास में देश के प्रति विश्वास बढ़ते हुए ही नजर आएगा.
हालांकि अभी भी केन्द्रीय जांच एजेंसियों का काम रूका नही है. बहुत ही बड़े स्तर पर और भी कई चोरो के खिलाफ जांचे चल रही है और भविष्य में और भी कई हजारो करोडो रूपये सरकार के पास में लौट आने की आशंका मानी जा रही है. ये एक सुनहरे भविष्य की तरफ संकेत है.