प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत ही बड़े और पोपुलर नेता है जिनके आगे पीछे बहुत ही ज्यादा पॉवर है और लोग उनको खूब ज्यादा पसंद भी करते है इस बात में कोई भी संशय नही है, पर एक बात ये भी तो है कि एक व्यक्ति को चाहने वाले जितने अधिक होते है उनके बारे में बुराई करने वालो की भी कोई कमी नही होती है और ऐसा ही कुछ अभी पीएम मोदी को लेकर के भी है. ये हम लोग अक्सर ही होते हुए देखते रहते है और रवीश कुमार ऐसा करते हुए आपको अक्सर ही नजर आ जायेंगे.
वन अर्थ वन नेशन का नारा न दे आये पीएम
अभी आपको मालूम हो तो प्रधानमंत्री मोदी विश्व के प्रतिष्ठित जी7 देशो की बैठक का हिस्सा बने थे और जब उन्होंने ऐसा किया तो उनकी बातो को दुनिया भर के लोगो ने काफी अधिक गौर के साथ में न सिर्फ सुना बल्कि उसके ऊपर चलने के लिए रास्ते भी तय किये गये, मगर अपने ही देश के पीएम की प्रसिद्धि देश के ही कुछ एक पत्रकारों को भा नही रही है और उनकी तरफ से कुछ ऐसे बयान आ रहे है जो पहली नजर में थोड़े से अजीब है.
पीएम मोदी ने टीके को लेकर एक विश्व एक जैसा स्वास्थ्य की परिकल्पना दुनिया के सामने रखी, तो इस पर मजाक बनाते हुए रवीश कुमार ने कहा प्रधानमंत्री जी एक धरती एक देश कैसा रहेगा? तुकबंदी की भी एक हद होती है, और बड़े बड़े अखबारों ने भी इस बात को ऐसे छापा है जैसे उन्होंने कोई बड़ा मन्त्र दे दिया हो. बीते साल यही पीएम लोकल वोकल की बात कर रहे थे और अब यही पीएम ग्लोबल हेल्थ की बात कर रहे है, क्या इसका कोई तुक बनता है?
रवीश के इस तरह के बयानों पर लोग काफी नाराज हुए और उन्होंने साफ तौर पर कहा भी कि इस तरह से हर बात में आलोचना की जगह पर कुछ सकारात्मक खोजने की कोशिश की जाए तो वो भी मिल ही सकता है.