आज की तारीख में चीन बहुत ही ज्यादा तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था बन चुका है और ये बात हम लोग भी बहुत ही अच्छे तरीके से जानते है. कही न कही चीन ने जो कुछ भी किया है वो बहुत ही बड़ी बात है और ये हम लोग भी जानते है कि आज विश्व भर के लिए चीन एक रिस्क से कम नही है और करोना के समयकाल में उसने अपने पूरे सच को बाहर निकालकर के रख दिया है ये हम लोग भी देख रहे है. अब इसको काउंटर करने के लिए अमेरिका जैसे देश एक साथ में आ रहे है.
जी 7 देशो की चीन के विरुद्ध रणनीतिक शुरुआत, तैयार हो रहा महाप्लान
जी 7 देश जिसमे दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और भारत इन दिनों इसकी मीटिंग्स में ऑब्जर्वर मेंबर की भूमिका में नजर आता है इन सभी देशो के साथ में मिलकर के भारत चीन के खिलाफ काफी कुछ करने वाला है. सबसे पहला तो इन देशो का एक बड़ा काम है कि छोटे छोटे देशो को चीन के कर्ज के जाल में नही फंसने देना है जैसे श्रीलंका फंस चुका है.
दूसरी भी कई चीजे है जैसे 5जी नेटवर्क के वैश्विक जाल से भी जितना संभव हो सकता है उतना चीन को बाहर रखा जाएगा, सप्लाई चैन में चीन पर से निर्भरता कम की जायेगी और अमेरिका ने तो एक 250 बिलियन डॉलर का इनोवेशन फंड भी लांच कर दिया है, जिसको लेकर के के अधिकतर लोग यही कहते हुए नजर आते है कि ये फंड चीन को काउंटर करने के लिए ही लांच किया गया है.
वही भारत अपने चीन के साथ बॉर्डर होने और अपनी विशाल निर्माण क्षमता के चलते हुए इस प्लान में बहुत ही अच्छी और महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा इस बात में कोई भी संशय नही है. कही न कही ये बात हर कोई जान और समझ भी रहा है.