अभी के इन दिनों में दुनिया के बहुत ही अधिक कम देश है जो चीन से सीधे तौर पर भिड़ना पसंद करते है और अगर कोई करता है तो फिर कही न कही वो अपने आप में एक बहुत ही शक्तिशाली मुल्क होगा ये बात बड़ी ही लाजमी सी है और अभी हाल ही में जापान ही एक ऐसा देश है जो सीधे तौर पर चीन से भिड जाने में संकोच नही करता है चाहे वो किसी भी मामले में क्यों न हो? आखिर जापान एक वीरो की भूमि जो है. अभी हाल ही में ऐसा ही कुछ हुआ है.
जापान ने सदन में ताइवान को माना एक देश, चीन का चेहरा हुआ लाल पीला
जापान के वर्तमान प्रधानमंत्री सदन में अपना एक भाषण दे रहे थे और बतौर प्रधानमंत्री उन्होंने सदन में खड़े होकर के आधिकारिक तौर पर ताइवान को एक देश कहकर के बुलाया है. आपको तो मालूम ही होगा कि ताइवान एक अलग देश है लेकिन चीन उसे अपना हिस्सा मानता है और कहता है कि दुनिया में कोई भी देश ताइवान को एक अलग देश नही बल्कि चीन का अपना ही एक राज्य मानेंगे मगर जापान अब इससे मुकर गया लगता है.
अब जापान ने चीन की इस दुखती रग पर हाथ रखकर के उसे नाराज सा कर दिया है. चीन ने जहाँ पर अधिकारिक रूप से जापान पर डिप्लोमेटिक कार्यवाही करने की बात कही है वही अपने माउथ पीस ग्लोबल टाइम्स की मदद से जापान के ऊपर सैन्य कार्यवाही करने के भी संकेत दिए है जो जापान के लिए भी चिंता की बात है.
अभी फ़िलहाल जापान इस तरह के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए अपने देश में आर्मी पर अधिक खर्च करने के लिए क़ानून में संसोधन करेगा और अपने ऊपर जो उसने सेना पर कम खर्च करने की बंदिशे लगाई है उसे भी समाप्त कर देगा