अभी ये जो करोना का दौर चल रहा है उसमे बहुत ही बड़ी संख्या में ऐसे ऐसे लोग है जो चल बसे है. कई लोग जो और लंबा जी भी सकते थे उनकी भी उम्र एक तरह से घट सी गयी और इसकी उम्मीद शायद किसी ने की नही होगी. अगर हम लोग अभी की बात करते है तो हाल ही में एक ऐसी ही दिल को दुखाने वाली घटना देखने में आयी है जो तकलीफ भी आपको जरुर देगी. देश ने एक बड़ा नेता खो दिया है जो पार्टियों से ऊपर था.
जगन्नाथ पहाड़िया का हुआ निधन, राजस्थान के मुख्यमंत्री से लेकर हरियाणा और बिहार के गवर्नर भी रहे
अभी हाल ही में एक बुरी खबर आयी है जिसके मुताबिक़ जाने माने और पुराने सबसे बड़े दलित नेता जगन्नाथ पहाड़िया का निधन हो गया है. इनका जन्म आजादी से भी पहले का साल 1932 का है, उसके बाद में उन्होंने देश भर में मौजूद दलित जातियों के उद्धार के लिए काम किया जिसके कारण से ये दलित नेता कहलाये. फिर इनको एक बार राजस्थान का मुख्यमंत्री बनने का भी अवसर मिला और उनका कार्यकाल ठीक ठाक सा ही रहा.
इसके बाद में जगन्नाथ पहाड़िया एक बार हरियाणा के और एक बार बिहार के भी गवर्नर यानी राज्यपाल रहे और इस कार्यकाल के दौरान उनके काम की आज भी काफी अधिक सराहना की जाती है. वो करोना से पीड़ित थे और उनका इलाज करने की हर संभव कोशिश भी की गयी ताकि उनको बचाया जा सके लेकिन कुछ भी कर पाना संभव नही हुआ और आखिरकार अचानक से सब मानो टूट सा गया.
इतना सब कुछ बीत जाने के बाद में अब लोग दुखी है. खुद प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर इस घटना पर दुःख जताते हुए लिखा है कि उनके निधन की खबर जब से मेने सुनी है तब से मैं बहुत ही अधिक दुखी हूँ. जाहिर तौर पर एक इतने बड़े व्यक्तित्व का चले जाना दुखी तो करता ही है.