भारत और चीन दोनों ही देश पिछले कुछ समय से एक दुसरे के प्रतिद्वंदी बन चुके है और ये बात हम लोग भी बहुत ही अच्छे तरीके से जानते है. कही न कही चीन की जो विस्तारवादी नीति रही है उसके कारण से अधिकतर देश जो है वो चीन से मुंह मोडकर ही खड़े नजर आते है. अब आप हाल ही की बात ही कर लीजिये हाल ही में चीन ने भारत की मदद करने के नाम पर जो धोखेबाजी की है वो अपने आप में बड़ी ही अजीब है और हर किसी को नाराज भी कर दे रही है.
पहले कहा मेडिकल सप्लाई भेजेंगे, अब भारत को आने वाली प्लेन ही रोक दी
भारत में आ रही ऑक्सीजन आदि की कमी के चलते हुए चीन ने खुद से आगे आकर के कहा था कि अभी इस मुश्किल वक्त में हम लोग भारत के साथ में खड़े है और हम से जो भी मदद हो सकती है हम लोग करेंगे. अब चीन भारत को कुछ एक मशीने आदि भेजने ही वाला था और भारतीय व्यापारियों ने मंगाने का कार्य भी शुरू कर दिया इसी बीच चीन ने खुद ही अपने और भारत के बीच में कार्गो सेवा रद्द कर दी.
इसके पीछे करोना का बहाना दिया गया. अब एक तरफ तो चीन ने कहा कि हम आपको मदद करेंगे और इसके लिए भारत ने कई मशीने चीन से फिर भरोसा करते हुए मंगा भी ली लेकिन जब भेजने की बारी आई तो चीन ने भारत और चीन के बीच में उड़ने वाली कार्गो विमानों को ही रद्द कर दिया जो अपने आप में चीन के द्वारा दिया जाने वाला धोखा है.
बात सिर्फ यही पर ही नही रूकती है बल्कि और भी काफी कुछ है जो पता चलता है और इनमे सबसे बुरी बात तो ये है कि जो मशीने आदि आने वाली थी जिससे ऑक्सीजन बन सकते उनके दाम भी चीन ने 30 से 40 प्रतिशत बढ़ा दिए है, ताकि इस मुश्किल वक्त में वो भारत से पैसा कमा सके.