भारत ने पिछले लगभग एक महीने से जो देखा है वो अपने आप में बहुत ही बुरा है और ये बात हर कोई देख व समझ ही रहा है कि स्थिति काफी अधिक बुरी और गंभीर हो रखी है. कही न कही ये चीज लोगो के दिलो दिमाग में चिंता तो है ही कि आगे पता नही क्या ही होगा? वाकई में हर कोई नही जानता है कि पता नही क्या ही होगा? खैर अब जो भी है अगर हम बात करे आज की तो आज कुछ अच्छा देखने को मिल रहा है.
अब नही बढ़ रहे पहले की तरह केस, धीरे धीरे गिरावट आने की संभावना
भारत में आपने देखा हो तो पिछले एक महीने में केस बहुत ही तेजी के साथ में बढे थे. सिर्फ 50 हजार थे जिसके बाद सीधे एक लाख फिर डेढ़ लाख फिर दो और ढाई से होते हुए ये आंकड़ा साढ़े 3 लाख लाख तक पहुँच गया था. ये अपने आप में इतना बुरा हो गया था कि लोग काफी डर से गये थे कि ये क्या हो रहा है? अब पता नही ये आंकड़ा कहाँ पांच लाख पर जाकर रूकेगा या फिर दस लाख पर जाकर के रूकेगा.
लेकिन अगर हम बात करे पिछले तीन दिनों की तो ये आंकड़ा लगभग लगभग 3 लाख 50 हजार के आस पास में आकर के अटक चुका है और इससे ज्यादा ऊपर नही जा रहा है. यानी अगर कोई बड़ी गलती नही होती है तो फिर यहाँ से एक संभावना है कि केसेज में गिरावट आ सकती है और जहाँ पर गिरावट आनी शुरू हुई वैसे ही हॉस्पिटल में बेड्स आदि की सुविधा तेजी के साथ में उपलब्ध होने लगेगी और चीजे कही न कही कंट्रोल में आते हुए नजर आने लगेगी.
हालाँकि अभी गिरावट नही आयी है लेकिन तीन दिन से ग्राफ पहले की तरह ऊपर की तरफ नही जा रहा है और ये चीज एक उम्मीद देती है कि शायद अब चीजे कण्ट्रोल में आ सकती है और लोगो को पहले की तरह जान नही गंवानी पड़ेगी. खैर अभी उम्मीद ही है.