अभी हाल ही की बात अगर हम लोग करते है तो इन दिनों में पाकिस्तान एक बड़ी ही अजीब सी स्थिति से होकर के गुजर रहा है और ये अपने आप में बहुत ही अजीब सा भी है. ऐसा आप और हम क्यों कह रहे है? इसके पीछे भी एक विशेष कारण है और वो कारण है पाक के अन्दर हो रहे विरोध प्रदर्शन जिसके कारण से पाक की हालत बहुत ही बुरी टाइप की हो रही है, क्योंकि अब पाक भारत और अमेरिका से दूर होने के बाद में यूरोप से भी अलग थलग होने के कगार पर पहुँच चुका है.
पाक में हो रहे फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन
आपको मालूम हो तो फ्रांस ने अपने सेकुलरिज्म को सबसे ऊपर रखते हुए हर किसी के धर्म की जिसमे इस्लाम भी शामिल है उसकी आलोचना आदि करने की छूट दे रखी है और वहाँ के राष्ट्रपति मेकरोन ने भी इसका खुलकर के सपोर्ट किया है. यही बात पाक को पसंद नही आयी है और वहां के लोग इस्लाम का अपमान करने वाले देश फ्रांस को मानते हुए इससे सारे रिश्ते तोड़ने के लिए प्रदर्शन कर रहे है, पाक की गली गली भीड़ से भरी हुई है.
फ्रांस हुआ पाक से परेशान, अपने राजनायिको को वापिस बुलाया
इन सब हरकतों के बाद में अब फ्रांस बहुत ही ज्यादा परेशान हो गया है और इस कारण से उसने अपने पहले तो नागरिको को और अब अब अपने डिप्लोमेट्स को भी पाक से वापिस आने के लिए कह दिया है, यानी एक तरह से पाक और फ्रांस के रिश्ते निम्न स्तर पर जा चुके है जहाँ से कोई भी वापसी नही है. फ्रांस से रिश्ते खराब होना मतलब पूरे यूरोप से रिश्ते खराब होना और ऐसे वक्त में अब उनके पास में कोई भी रास्ता नही बचेगा क्योंकि फ्रांस यूरोप का एक तरह से आज लीडर देखा जाता है.
भारत को मिल रहा बोनस
अगर पाक से रिश्ते खराब हो रहे है तो भारत के लिए ये बोनस जैसा है क्योंकि दुसरे देश पाक को इस्तेमाल नही कर पायेंगे ताकि भारत से कुछ करवाना हो और पाक से रिश्ते खराब होने पर भारत और फ्रांस की डिफेन्स और स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप और अधिक मजबूत होने के भी आसार है.