अभी आपको मालूम तो होगा ही कि देश भर में किस तरह के हालात बने हुए है और ऐसे वक्त में हर किसी के लिए एक चीज जरूरी रूप से देखी और बतायी जा रही है कि करोना को किसी न किसी रूप से हराया जाये. ऐसे वक्त में पीएम मोदी की एक ऐसी पहल देखने में आयी है जो शायद कई लोगो को दिल से काफी अधिक पसंद आने वाली है और आप कहेंगे कि बेलेंस करना तो कोई इनसे सीखे और भावनाओं का सम्मान करना तो सीख ही लेना चाहिए.
पीएम मोदी ने संतो से की अपील, अब प्रतीकात्मक रूप से किया जाए कुम्भ का आयोजन
आपको मालूम ही होगा कि हरिद्वार में अभी कुम्भ के महामेले का आयोजन चल रहा है और हजारो लाखो की संख्या में लोग वहाँ पर पहुँच रहे है. अब ऐसे में प्रधानमंत्री चाहते तो वो तुरंत प्रभाव से आदेश पारित करके इन सबको बंद करवा सकते थे या फिर चाहते तो अधिकारियों को भेजकर के मामला सेटल करवा सकते थे लेकिन उन्होंने इससे हटकर के दूसरा रास्ता चुना और वो रास्ता था खुद जाकर के संतो से बात करने का.
प्रधानमंत्री मोदी ने आज खुद ही संतो से फोन करके बातचीत की और उन्हें समझाया कि अगर इसी तरह से ये सब कुछ चलता रहा तो कुम्भ के कारण करोना में दिक्कत हो सकती है इसलिए आप लोग इसको प्रतीकात्मक रूप से ही आयोजित करवाए, जिसके बाद में संत समाज ने भे उनकी आग्रह को खूब अच्छे से मान लिया है और अब भीड़ को कम करके सिर्फ प्रतीकात्मक रूप से ही कुम्भ मेले का आयोजन होगा. यानी इसमें आम पब्लिक को भीड़ के रूप में बुलाया नही जायेगा ताकि कही ये करोना फ़ैल कर न जाए.
इससे एक सन्देश तो गया ही है कि चलो हिन्दुओ की आस्था का सम्मान भी रह गया है और साथ ही साथ में सरकार ने अपना फर्ज भी निभा लिया, इस तरह से बीच के रास्ते कही पर भी निकाल लिए जाए तो बहुत सी समस्याएँ है जो हल की जा सकती है.