समाजवादी पार्टी में रहते हुए अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव से कुछ एक गलतियाँ ऐसी हुई है जिसके कारण उनको आज भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और एक तरह से आप कह सकते है कि उनके लिए दिक्कते दिन ब दिन कम होने की बजाय बढ़ रही है और सत्ता से तो वो दूर वो होते जा ही रहे है इस बात में कोई संशय नही है, मगर अब लोग अपने पाप धोने की कोशिश करते ही है जैसे हाल ही में उन्होंने करने की कोशिश की है.
संतो से जाकर वाराणसी में मिले, 2015 में किये लाठीचार्ज के लिए माफ़ी मांगी
अखिलेश यादव अभी हाल ही में संतो से जाकर के वाराणसी में मिले और जाकर के उन्होंने बाकायदा अपने सीएम रहते जो कुछ भी हुआ उसके लिए माफ़ी मांगी है. दरअसल ये घटना 2015 के टाइम की है जब वाराणसी में संतो के ऊपर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था और उसमे कई संत लोग चोटिल हुए थे, उन लोगो की हालत खराब कर दी गयी थी और उनसे गणेश मूर्ती लेकर के जबरदस्ती कही और पर विसर्जित कर दी गयी. इस पूरी घटना के चलते उनकी खूब आलोचना हुई क्योंकि वो पॉवर में थे और अब जाकर के उन्होंने माफ़ी मांगी.
उनको इस पर माफ़ी मिल भी गयी लेकिन साथ ही साथ साथ में महंत नारायण गिरी जी महाराज ने इस पर जवाब देते हुए ये कहा कि उन्होंने संतो के साथ में जो कुछ भी किया उसके लिए तो माफ़ी मांग ली लेकिन सपा ने जो कारसेवको के साथ में किया था उसके लिये कब माफ़ी मांगेंगे? महंत जी की बात अपने आप में वाजिब भी है और अधिकतर लोग है जो इस बात को लेकर के उनके समर्थन में नजर आये है.
खैर अब जो भी है ये तो राजनेतिक स्वार्थ के रूप में देखा ही जाता रहा है जहाँ पर धर्म और नेताओं के बीच में कशमकाश और विवाद हमेशा से ही चलते आये है और जब काम निकल जाए तो शायद एक दुसरे को पहचाने भी ना.