महाराष्ट्र में तीन पहियों वाली सरकार पिछले काफी समय से चल रही है लेकिन ये कब तक चलेगी इसका कोई भी तय समय या फिर टाइमलाइन मौजूद नही है क्योंकि कांग्रेस, एनसीपी या फिर शिवसेना तीनो में से एक की तरफ से भी मामला गडबड होने पर ये सत्ता ताश के पत्तो की तरह ढह जायेगी. अभी हाल ही में बीजेपी और एनसीपी के बीच में कुछ करीबियां बढ़ी है जिसके कारण ये चिंता बढ़ाने का कार्य भी कर रही है. ये चिंता किसी और की नही बल्कि उद्धव ठाकरे की बढ़ रही है.
पवार ने अहमदाबाद जाकर की शाह से मुलाक़ात, सकते में शिवसेना
अभी हाल ही में शरद पवार किसी कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए जयपुर गये हुए थे और वहाँ से वो सीधे अहमदाबाद के लिए निकल गये जहाँ पर जाकर के उन्होंने एक बड़े उद्योगपति के निजी आवास पर अमित शाह के साथ में मीटिंग की है. इस मीटिंग में क्या कुछ हुआ, क्या बीजेपी और एनसीपी के बीच में किसी तरह की कोई सेटिंग हुई है कोई भी नही जानता है और ये शिवसेना के लिए चिंता की बात हो सकती है क्योंकि एनसीपी ही है जिसके सहारे अभी वो सत्ता में टिके हुए है.
अब ऐसी स्थिति में शिवसेना का पजेसिव हो जाना लाजमी है क्योंकि जो पवार बिलकुल ही बीजेपी के खिलाफ खड़े होकर के कुछ वक्त पहले तक शिवसेना की सरकार बना रहे थे अब वो अमित शाह के साथ में जाकर के गुपचुप मीटिंग कर रहे है, क्या शिवसेना के साथ जो मतभेद चल रहे है उसके चलते हुए एनसीपी कही बीजेपी की तरफ जाने का विचार तो नही कर रही है ये बहुत ही बड़ा सवाल है.
हालांकि अभी दोनों ही पार्टियों की तरफ से ऐसा कोई भी बयान आदि आया नही है लेकिन जल्द ही ऐसा कुछ होने की उम्मीद तो कई लोग लगा रहे है और इसके कारण से शिवसेना की टेंशन जरुर बढती चली जा रही है.