पश्चिम बंगाल में बहुत ही लम्बे समय से चुनाव की प्रतीक्षा की जा रही थी क्योंकि दो पार्टियाँ यानी बीजेपी और टीएमसी इस विधानसभा चुनाव में काफी कुछ है जो दांव पर लगा चुकी है और बहुत ही बड़ी संख्या में लोग है जो इसको लेकर के अपने अपने तरीके से से प्रयोजन के हिसाब से आगे रख रहे है. मगर अभी जो चुनावी पोल सामने आ रहे है उसमे ममता बनर्जी की टेंशन अपने आप से ही बढ़ते हुए नजर आने लग गयी है.
बंगाल में पड़े रिकॉर्ड 79.89 प्रतिशत वोट, रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग से बदलाव की बयार बहने की उम्मीद
पश्चिम बंगाल में इस बार वोटिंग प्रतिशत ने तो सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए. लगभग 80 प्रतिशत के करीब वोटिंग हुई है और पहले चरण के चुनाव पूरे हो गये है जिसमे कुल 191 सीटो के ऊपर वोट पड़े है और बाकी के बचे हुए कुछ एक सीट्स पर अगले चरण में मतदान करवाया जाएगा लेकिन अभी जो चुनावी सुगबुगाहट चल रही है उसी से ही कई सारी बाते तो साफ़ होते हुए नजर आने लग गयी है.
जिस तरह का वोटिंग पैटर्न आने लगा है उससे राजनीतिक विश्लेशको ने यही जानकारी दी है कि लगभग हर सीट पर बीजेपी या तो नम्बर एक पर आ रही है या फिर नम्बर दो पर आ रही है, उन्होंने एक साथ में बहुत ही बड़ी और भारी संख्या में वोट अपने अन्दर किये है और अब बंगाल में वो टीएमसी की सत्ता को चुनौती दे रही है. अगर अभी के हिसाब से देखे तो 70 से अधिक सीट्स बीजेपी जीत सकती है और 80 से अधिक सीट्स टीएमसी लेकर के भारी नजर आ रही है लेकिन खेल अब उन्नीस बीस का ही नजर आ रहा है और अन्य पार्टियाँ खेल से बहार ही नजर आ रही है.
यानी अब जब भी चुनावी परिणामो की गणित सुनी या फिर सोची जायेगी उसके बाद में उसके हिसाब से कई सारी बाते है जो हमें देखने को मिलेगी और हम उस हिसाब से ही निर्णय ले पायेंगे मगर अब इतना तय है कि बीजेपी की सरकार बनने की संभावना नजर आने लग गयी है.