विवाह हम लोगो के जीवन का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है जिसमे हम लोग काफी अपना समय देते है और लोगो के साथ में वक्त बिताते हुए नजर भी आते है लेकिन सही मायनों में अगर हम लोग देखते है तो फिर कही न कही एक विवाह चलेगा या फिर नही ये एक स्त्री पर अधिक निर्भर करता है और हम लोगो को समझना जरूरी है कि एक स्त्री के अन्दर क्या कुछ गुण होने जरूरी है जो उसे विवाह के योग्य बनाते है और अगर न हो तो वो किसी के जीवन में प्रवेश करने के लिए अयोग्य बन जाती है.
इसमें सबसे पहले तो आता है एक ही गुण और वो है जिसकी आकांक्षाएं बड़ी न हो. वो स्त्री जो जीवन में संतुलित रहे, जिसकी इच्छाएं बहुत ही बड़ी और असीमित न हो, उसे जो मिले उसमे वो संतोष करना सीखे तो ये सबसे बड़ा और महत्त्वपूर्ण गुण माना गया है.
इस लिस्ट में अगले नम्बर पर जो गुण आता है वो है मीठी वाणी. स्त्री मन से तो अच्छी हो लेकिन वो बोलने में भी मीठी हो क्योंकि अगर वो बोलने में अच्छी न हुई तो फिर पति के समाज और परिवार में जो भी सम्बन्ध है वो खराब हो जाते है या फिर टूट जाते है और वो लोग असामाजिक बनकर के रह जाते है जो शायद आप भी होना नही चाहेंगे.
अगले नम्बर पर गुण है वो है किफायती स्त्री. वो स्त्री जो घर के खर्चो को किफायत के साथ में चला पाने में सक्षम हो क्योंकि अगर ऐसा न हो तो फिर कही न कही व्यक्ति के ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ता है और घर में यही कलह का कारण भी बन जाता है इस कारण से इस बात का ध्यान हमेशा ही रखा जाना चाहिए जो काफी अधिक जरूरी भी है और लोग इस पर ध्यान देने लगे तो बेहतर रहेगा.